Saturday, 15 April 2023

ढोल बजाना मत

गले पड़े जो ढोल बजाना मत 

खुले अगर कुछ पोल छुपाना मत

छुई-मुई मालूम नहीं कब तक

रचे-बसे दिल खोल चिढ़ाना मत 

अभी-अभी इक बात समझ आई

हँसी बहुत अनमोल रुलाना मत 

बड़ी-बड़ी बातें करते-करते 

रटे-रटाए बोल सुनाना मत 

अजब-गज़ब कारज करना वाज़िब 

घिसा-पिटा-सा रोल निभाना मत

उसे नहीं मालूम कहे कब क्या 

हँसी-ठिठोली में उलझाना मत 

लिया-दिया तो रंग दिखाएगा 

कहे-सुने पर बात बढ़ाना मत 


कैलाश नीहारिका

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