दंश की सम्भावनाओं को
कुचला मसला
कर दिया निर्मूल
फिर भी
बच नहीं पाए
विष से
खदबदाता था जो भीतर
चिरपोषित
अमूल्य धरोहर-सा संचित !
कैलाश नीहारिका
कुचला मसला
कर दिया निर्मूल
फिर भी
बच नहीं पाए
विष से
खदबदाता था जो भीतर
चिरपोषित
अमूल्य धरोहर-सा संचित !
कैलाश नीहारिका