किताबों को
किताबों की कतारों की तरह
देखा सदा मैंने
पता नहीं चला कि
कब किताबें बन गईं
सीढ़ियाँ !
किताबों को
किताबों की दीवारों की तरह
देखा कभी मैंने
पता चला नहीं
किताबें बन गईं कब
खिड़कियाँ !
कैलाश नीहारिका
किताबों की कतारों की तरह
देखा सदा मैंने
पता नहीं चला कि
कब किताबें बन गईं
सीढ़ियाँ !
किताबों को
किताबों की दीवारों की तरह
देखा कभी मैंने
पता चला नहीं
किताबें बन गईं कब
खिड़कियाँ !
कैलाश नीहारिका